मुख्य दृश्य
- मुख्यभूमि चीन स्थित चार बड़े बैंकों के बाजार पूंजीकरण ने 2024 में असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है, जिसमें औसत वर्ष-दर-दिसंबर 18 की वृद्धि लगभग 30% है।
- हालाँकि, हाल के वर्षों में ये बैंक कम लाभदायक और कम तरल हो गए हैं, और रियल एस्टेट क्षेत्र में मंदी से जुड़े जोखिम का एक बड़ा हिस्सा उठा रहे हैं।
- हम ध्यान दें कि अन्य प्रमुख वित्तीय सुदृढ़ता संकेतकों में गिरती वित्तीय सुदृढ़ता के बीच बड़े चार के बीच मजबूत पूंजी पर्याप्तता एक आशा की किरण है। फिर भी, एक मजबूत पूंजी स्थिति कम लाभ मार्जिन से उत्पन्न होने वाले जोखिमों को पूरी तरह से कम नहीं करती है।
मुख्यभूमि के चार बड़े चीनी बैंकों का बाज़ार पूंजीकरण – एग्रीकल्चरल बैंक ऑफ चाइना (एजीबैंक), इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना (आईसीबीसी), बैंक ऑफ चाइना (बीओसी) और चाइना कंस्ट्रक्शन बैंक (सीसीबी) –2024 में शानदार प्रदर्शन किया हैऔसत, वर्ष-दर-दिसंबर 19 वृद्धि के साथ लगभग 30%। इस मजबूत प्रदर्शन में योगदान देने वाला एक प्रमुख कारक उनकी प्रभावशाली लाभांश उपज है, जो हैंग सेंग सूचकांक के औसत 4.4% से काफी अधिक है। विशेष रूप से, सीसीबी की लाभांश उपज 7.7%, आईसीबीसी की 7.6%, बीओसी की 7.4% और एगबैंक की 7.0% रही।
हाल के वर्षों में, चार बड़े चीनी बैंकों ने संरचनात्मक चुनौतियों के बावजूद अपने मार्केट कैप में वृद्धि दर्ज की है। इन बैंकों में बैंक ऑफ चाइना, इंडस्ट्री एंड कॉमर्स बैंक ऑफ चाइना, चाइना कंस्ट्रक्शन बैंक, और एग्रीकल्चरल बैंक ऑफ चाइना शामिल हैं। आर्थिक अनिश्चितताओं, जैसे कि वैश्विक मंदी और घरेलू बाजार की चुनौतियों ने इन बैंकों के लिए जटिल स्थिति उत्पन्न की है। फिर भी, इन संस्थानों ने अपने प्रबंधन और संचालन रणनीतियों में सुधार कर इन चुनौतियों का सामना किया।
बैंकों ने उच्च गुणवत्ता वाले संपत्तियों और विभिन्न वित्तीय उत्पादों की पेशकश करके अपने मार्केट कैप में वृद्धि को संभव बनाया है। उनके प्रभावी जोखिम प्रबंधन और डिजिटल बैंकिंग समाधान ने उन्हें विभिन्न ग्राहक वर्गों को आकर्षित करने में मदद की है। इसके अलावा, चीनी सरकार की नीतियों और आर्थिक विकास योजनाओं ने भी बैंकों के प्रदर्शन को मजबूती प्रदान की है।
इस संदर्भ में, चार बड़े चीनी बैंकों की सफलता इस बात का प्रमाण है कि वे निरंतर विकास और विस्तार के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके साथ ही, यह दर्शाता है कि जब सही दिशा में प्रयास किए जाते हैं, तो किसी भी कठिन परिस्थिति में भी प्रगति संभव है। इन बैंकों ने बाजार में अपनी स्थिति को मजबूत किया है और भविष्य में निरंतर विकास की संभावनाओं को बनाए रखा है।
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